मोदी के कार्यकाल में भारत-अमेरिका के संबंध हुए हैं प्रगाढ़
अंतरराष्ट्रीय मंचों पर दो देशों के संबंध उन दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों की व्यक्तिगत पसंद नापसंद से नहीं बल्कि राष्ट्रीय हित से तय होते हैं। भारत अमेरिका संबंधों को भी इसी परिपेक्ष में ही देखना होगा मनमोहन सिंह से लेकर मोदी के कार्यकाल में अमेरिका से हमारे संबंध दिन ब दिन प्रगाढ़ हुए हैं।
चीन पर दबाव कायम रखने के लिए अब अमेरिका को एक मजबूत साझेदार की सख्त आवश्यकता है हमें भी चीन का सामना करने में अमेरिका के सहयोग की सख्त जरूरत है, इसलिए दोनों के राष्ट्रीय हित एक जैसे हैं यही राष्ट्रीय हित अंतरराष्ट्रीय संबंधों के आधार होते हैं फिर राष्ट्राध्यक्ष कोई हो।