हिंदी दिवस के शुभ अवसर पर लिखित एवं मौखिक प्रतियोगिता कराई गई
लखनऊ। हिंदी दिवस के शुभ अवसर पर हिंदी भाषा में लिखित एवं मौखिक कविता एवं निबंध प्रतियोगिता चाचा नेहरू पार्क ऐशबाग पीली कॉलोनी में कराई गई। प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे सभी बच्चों को जन समाज सेवा संस्था की ओर से गिफ्ट देकर पुरस्कृत किया गया।
संस्था के अध्यक्ष रंजीत सिंह ने संस्था की ओर से समाज के समस्त नागरिकों देशवासियों को हिंदी दिवस की शुभकामना देते हुये आह्वान किया कि आज हम सब लोगों को एक संकल्प लेना चाहिए कि हम हिंदी को अपनी बोलचाल एवं व्यवहार एवं सरकारी समस्त कार्यों उपयोगी भाषा के रूप में प्रशिक्षित करें, "हिंदी हृदय की भाषा हैं, जिसकी वजह से हमारे शब्द हृदय से निकलते हैं और हृदय तक पहुँचते हैं." "कोई राष्ट्र अपनी भाषा को छोड़कर राष्ट्र नहीं कहला सकता।
भाषा की रक्षा सीमाओं की रक्षा से भी जरूरी है"हिन्दी की एक निश्चित धारा है, निश्चित संस्कार है। हिन्दी सरलता, बोधगम्यता और शैली की दृष्टि से विश्व की भाषाओं में महानतम स्थान रखती है। संस्था के महामंत्री एवं खालसा इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य सरदार वीरेंद्र सिंह ने कहा कि अगर हम सबको देश की मजबूत और शक्तिशाली बनाना है तो एक राष्ट्रीय एक भाषा के सिद्धांत पर चलना होगा और कहा कि समस्त विकसित एवं शक्तिशाली राष्ट्रीय की एक ही भाषा है।
एक भाषा देश को एक सूत्र में बांधने का कार्य करती है और इससे आपस में प्रेम बढ़ता है जो महत्व नारी के माथे पर बिंदी का होता है, उसी प्रकार भारत में हर भारतीय के लिए हिंदी भाषा का महत्व है। इस कार्यक्रम में निरंजन सिंह जौहरी, सुनील कुमार अग्रवाल, अनेक सिंह, रंजीत सिंह, बलवंत सिंह, मनरीत सिंह, बलवंत सिंह, विजय कुमार, जसवंत सिंह, उपस्थित थे।