विशेष सत्र बुलाकर कांग्रेस ने खेला धर्म कार्ड
हाल ही के अपने अपने दौरे के दौरान पंजाब कांग्रेस प्रभारी
हरीश रावत 'आलॅ इज नॉट वेल' कहकर दिल्ली हाईकमान को अपनी रिपोर्ट सौंपने
की बात कह कर चले गए। लेकिन अब उनके जाते ही एक बार फिर से प्रदेश अध्यक्ष
नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार डा. प्यारा लाल गर्ग ने गुरु तेग बहादुर
को समर्पित पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र पर बयानबाजी कर कैप्टन सरकार को
संकट में डाल दिया है। उन्होंने इस सत्र के आयोजन को लेकर कहा है कि
कांग्रेस ने एक दिन का सत्र बुलाकर संविधान के माध्यम से धर्म का कार्ड
खेला है।
विशेष सत्र में विधायकों को व्हिप जारी कर कांग्रेस सरकार ने
लोकतंत्र का अपमान ही नहीं अपितु, संविधान के माध्यम से धार्मिक कट्टरपंथ
को भी बढ़ावा दिया है।दैनिक
जागरण ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि डा. गर्ग ने एक वेब पोर्टल पर चर्चा
करते हुए बताया कि विधानसभा सत्र बुलाना कांग्रेस की मजबूरी थी, लेकिन
व्हिप जारी करके कांग्रेस ने विधायकों का सत्र में आना आवश्यक करके उनकी
धार्मिक आजादी को छीनने की कोशिश की गई। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि
कांग्रेस खुद को धर्मनिरपेक्ष पार्टी मानती है, जबकि उसने संविधान के
माध्यम से धर्म का कार्ड खेला। गर्ग ने जिक्र किया कि कल आरएसएस वाले भी
ऐसा कर सकते हैं, फिर उन्हें कैसे गलत ठहराया जा सकता है। उन्होने यह भी
कहा कि विधानसभा को धर्म से दूर रखने चाहिए।