महात्मा गाँधी व लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती के अवसर विचार गोष्ठी का किया गया आयोजन

सीतापुर। भारत परिषद द्वारा महात्मा गाँधी व लाल बहादुर शास्त्री की जयन्ती के अवसर पर बट्सगंज स्थित मण्डल कार्यालय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष रत्नेश द्धिवेदी व संचालन जिला महासचिव आकाश राय ने की। कार्यक्रम के प्रारम्भ में बापू गाँधी व शास्त्री के चित्र पर पुष्प अर्पित कर सभी पदाधिकारियों ने पुष्पांजलि अर्पित की। गोष्ठी के दौरान कोषाध्यक्ष वेद प्रकाश कश्यप ने कहा कि बापू हमेशा अहिंसा में विश्वास करते थे और उन्होंने जीवन भर अहिंसा का पालन करने का उपदेश दिया।

आजादी की लड़ाई में अहिंसा ही भारतवासियों का सबसे बड़ा हथियार था। उपाध्यक्ष डॉ शांति स्वरुप रस्तोगी ने कहा गांधी ने दुनिया को सिखाया है कि शांति का मार्ग अपनाकर भी आजादी पाई जा सकती है। उनका मानना था कि हिंसा का रास्ता चुनकर हम कभी अपने अधिकार नहीं पा सकते। अहिंसा की राह पर चलकर ही राष्ट्रपिता ने दक्षिण अफ्रीका में करीब 75 हजार भारतीयों को उनके अधिकार दिलाए थे। अंत में मंडल अध्यक्ष रत्नेश द्धिवेदी ने पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सादगी की मिसाल लाल बहादुर शास्त्री जिन्हें आप और हम भारत के दूसरे प्रधानमंत्री के रूप में याद करते हैं।

लाल बहादुर शास्त्री ने स्वतंत्रता संग्राम में अहम रोल अदा किया, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे और 1964 में देश के दूसरे प्रधानमंत्री बने। 1966 में हुए पाकिस्तान के साथ युद्ध में उनके निर्णयों की वजह से भारत ने पाकिस्तान को मार भगाया था। कार्यक्रम के दौरान मंडल अध्यक्ष रत्नेश द्धिवेदी, जिला महासचिव आकाश राय, जिला अध्यक्ष छायाकार अजीत सक्सेना, अध्यक्ष चिकित्सा प्रकोष्ठ सचिन त्रिपाठी, महासचिव कमलेश मेहरोत्रा, उपाध्यक्ष डॉ शांति स्वरुप रस्तोगी, कोषाध्यक्ष वेद प्रकाश कश्यप, जिला अध्यक्ष महिला अनुपमा द्धिवेदी, उपाध्यक्ष रजनी वर्मा, सह मिडिया प्रभारी शिखा शर्मा आदि उपस्थित रहे।

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