बेटियों के साथ अपराध रोकने में नाकाम है भाजपा सरकार- अशोक सिंह
लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के संयोजक व प्रवक्ता अशोक सिंह ने भारतीय जनता पार्टी की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह बेटियों के साथ हो रहे अपराध को रोकने में पूरी तरह नाकाम साबित हुई है। पीड़िताओं को कलंकित करने व आरोपियों को संरक्षण देने की उसकी नीति से अपराधी खुलेआम बहन बेटियों यहां तक कि नाबालिग मासूम बच्चियों तक को अपनी हवस का शिकार बनाने का कोई अवसर चूक नही रहें है।
उन्हांनें कहा कि विगत दिनों आजमगढ़ में थाने के सामने पीड़िता द्वारा आत्मदाह का प्रयास, नोएडा में 03 नाबालिगां के साथ दुष्कर्म, प्रयागराज, महोबा, गोरखपुर में बलात्कार की घटनाएं रही हो या एटा में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या, बागपत व बुलंदशहर में सामूहिक दुष्कर्म के साथ ललितपुर के सनसनीखेज सामूहिक दुष्कर्म में सपा, बसपा सहित सरकार में उच्चपदों पर बैठे अधिकारियों के नाम सामने आने के बाद स्प्ष्ट हो गया है कि भाजपा सरकार का बेटी बचाओ का नारा झूठा साबित हुआ है बल्कि सच्चाई यह है कि बेटियों के ऊपर योगी शासन में कहर की बरसात हो रही है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सिंह ने कहा कि हत्या व बलात्कार के मामले से उत्तर प्रदेश दहल रहा है, पिछले साढ़े चार वर्षों के भाजपा शासन में 20881 हत्या व 18860 दुष्कर्म व सामुहिक दुष्कर्म की घटनाओं में बहन बेटियों की आबरू लूट रही है। योगी शासन बोल रहा है कि यहां अपराधी नहीं है। उन्होने कहा कि शर्म की बात यह है कि बेटियों के लिये उत्तर प्रदेश योगी शासन में नर्क का रूप ले चुका है।
अपराधियां के हाथ बढ़ते जा रहें हैं इसका एक और उदाहरण है कि भाजपा नेता की बहन के साथ भी छेड़छाड़ हो जाती है और पुलिस अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाही करने से बचती है। कांग्रेस प्रवक्ता सिंह ने कहा कि सामूहिक दुष्कर्म के साथ हत्या की घटनाएं और छेड़छाड़ से त्रस्त उत्तर प्रदेश में कानून का राज गड्ढे में दफन नजर आता है, किसी बड़ी घटना में कार्यवाही तब ही होती है, जब कांग्रेस सड़कों पर उतरती है और न्याय की मांग करती है। उन्हांनें कहा पिछले 15 दिनों में बेटियों के साथ अपराध की बाढ़ आयी हुई है, बेटियों को अपने विद्यालय या कार्यस्थल तक जाना मुहाल हो चुका है, पुलिस से शिकायत करने पर शिकायतकर्ता व उसके परिजनों के साथ उत्पीड़नात्मक कार्यवाही करने में परहेज न करते हुए घटना को दबाने या सुलह कराने का जबरन दबाव डाला जाता है। गाजियाबाद से गाजीपुर तक बेटियों के लिये हर तरफ घना अंधेरा है। योगी शासन झूठ और झूठ के आंकड़ों के बल पर गुमराह करने तक सीमित होकर अपराधियां के साथ खड़ी है।