श्राद्ध पक्ष में पितरों को पुष्पांजलि


पितर चरण में नतमस्तक रहते हम दिन रात ।
कृपा दृष्टि हम पर करो, सिर पर धर दो हाथ ॥

यह कुटुम्ब है आपका, आप ही का परिवार ।
आशिर्वाद मिले आपका , कि फूले फले संसार ॥

भूल - चूक सब क्षमा कर,करो दया भरपूर ।
सुख सम्पति से घर भरो,कष्ट करो सब दूर ॥

ध्यान धरें नित आपका,आपकी हम संतान ।
आपके नाम से ही जुड़ी,मेरी हर पहचान ॥

ऋण आपका है हम पर,नहीं चुकाया जाय ।
सात जनम भी कम पड़े,ये वेद पुराण बताय ॥

हर दिन हर पल आपसे,माँगे हम वरदान ।
वंश बेलि बढती रहे,बढ़े मान सम्मान ॥

पन्द्रह दिन इस पक्ष में,करेंगें हम सत्कार!
पूरे वरस वरसे कृपा, इतनी अरज हमार !!

तिल-कुश-जल ,भोजन मिष्ठान,अर्पित करते हम!
देव-गुरू- सब पितर मिल, हरें हमारे गम!!
 
 
 *समस्त पितरों को नमन*

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