दीपोत्सव आयोजन के दौरान भव्य अयोध्या के विजन डॉक्यूमेंट को देखेंगे 10 हजार अतिथि
अयोध्या। राम नगरी में पांचवें भव्य दीपोत्सव का आयोजन भी किया जा रहा है।
इस दौरान 25 हजार करोड़ के योजनाओं से अयोध्या को वैदिक नगरी के रूप में
विकसित करने के लिए तैयारी हुए विजन डॉक्यूमेंट को अयोध्या के सामने
प्रस्तुत किया जाएगा। जिसका डेडलाइन भी 2047 तक रखा गया है। जब देश के
आजादी का 100 वर्ष पूरे होंगे उस समय अयोध्या वर्ल्ड क्लास में दिखाई
देगा।
भगवान श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण के साथ केंद्र व प्रदेश सरकार
के द्वारा अयोध्या को स्मार्ट सिटी के साथ वैदिक और हेरिटेज लुक दिए जाने
के लिए योजना तैयार की है। जिसकी विस्तृत जानकारी 3 नवंबर को दीपोत्सव के
आयोजन में आए 10,000 अतिथियों को स्क्रीन के माध्यम से दिखाया जाएगा। 30
मिनट के इस प्रेजेंटेशन से शामिल सभी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
केंद्र सरकार ने इस योजना के लिए 25 हजार करोड़ के लागत की स्वीकृति भी दे
चुकी है।इस योजना को तैयार की जाने को लेकर अयोध्या विकास प्राधिकरण के
उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने बताया कि विजन डॉकमेंट तैयार करने के लिए काशी,
प्रयाग, मथुरा, उज्जैन व सोमनाथ सहित अन्य कई प्रमुख मंदिरों का अध्ययन
किया गया है।
इसके साथ ही कंबोडिया से लेकर वेटिकन सिटी तक विकास के
बेंचमार्क के पन्ने भी खंगाले गए हैं। बताया कि इस योजना में अयोध्या में
रामायण युग के और पौराणिक महत्त्व वाले कुंडों, मंदिरों को भी संरक्षित
किया जाएगा। इसके साथी समरस शहर बनाने के लिए बाल्मीकि रामायण के तहत 88
प्रजातियों के 27000 वृक्ष भी लगाए जाएंगे। वही जानकारी दी कि अयोध्या को
विकसित किए जाने के लिए कई योजनाएं प्रस्तावित है जिसमें श्रीराम
एयरपोर्ट, ग्रीन फील्ड टाउनशिप (1200 एकड़ में नव्य अयोध्या), भव्य प्रवेश
द्वार, पर्यटन सुविधा केंद्र, अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय रिवर फ्रंट
डेवलपमेंट सहित 325 परियोजनाओं को शामिल किया गया है।