देश में कोई जिन्नवादी पार्टी है तो वह है भाजपा- संजय सिंह
लखनऊ। देश में कोई जिन्नावादी पार्टी है तो वह है भाजपा। पार्टी के नौवें स्थापना दिवस पर हुए कार्यक्रम में आप के प्रदेश प्रभारी राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने सत्ताधारी दल पर तीखा हमला बोला। जनसंघ के प्रथम अध्यक्ष श्यामा प्रसाद मुखर्जी और आरएसएस पदाधिकारी वीर सावरकर का जिक्र करते हुए पूछा कि आखिर आजादी से पहले उन्होंने जिन्ना की मुस्लिम लीग से गठबंधन करके तीन राज्यों में सरकार क्यों बनाई।
संजय सिंंह यहीं नहीं रुके। उन्होंने 1942
में महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन के विरोध में लिखी गई श्यामा
प्रसाद मुखर्जी की चिट्ठी का भी जिक्र किया और पूछा कि स्वतंत्रता
आंदोलन को कुचलने और स्वतंत्रता सेनानियों को जेल भेजने की सिफारिश
आखिर उन्होंने क्यों की, भाजपा को इसका जवाब देना चाहिए। संजय सिंंह
ने कहा कि भाजपा का जिन्ना प्रेम आजादी के पहले ही नहीं बाद में भी
दिखा। इनके नेता लाल कृष्ण आडवाणी पाकिस्तान गए तो मत्था टेकने के लिए
जिन्ना की मजार पर जा पहुंचे। इतना ही नहीं उन्होंने उसे धर्म
निरपेक्ष भी बता डाला। भाजपा के दिवंगत नेता यशवंत सिंंह और आरएसएस के
केएस सुदर्शन भी अपनी पुस्तकों मेें जिन्ना का महिमा मंडन करने से नहीं
चूके। भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है। वह नहीं बता पा रही कि उसने
बेरोजगार, नौजवान, छात्र के लिए क्या किया। किसान खाद मांग रहा है तो
उसे लाठियां मिल रही हैं। लाइन में लगे-लगे वह दम तोड़ दे रहा है।
अपनी
फसल का दाम पाने के लिए किसान गन्ना-गन्ना कर रहा है तो भाजपा
जिन्ना-जिन्ना चिल्ला रही है। संजय सिंह ने कोरोना काल में छह सौ का
ऑक्सीमीटर पांच हजार, 12 हजार का ऑक्सीजन सिलिंंडर 55 हजार और आठ लाख
का वेंटिलेटर 22 लाख में खरीदे जाने का मामला उठाया। कोरोना काल में बंद
कस्तूरबा विद्यालयों में स्टेशनरी और भोजन इत्यादि के नाम पर नौ करोड़
रुपये के भ्रष्टाचार का जिक्र करते हुए हर घर नल हर घर जल में हुए
भ्रष्टाचार को लेकर भी संजय सिंह ने भाजपा सरकार पर हमला बोला। मुख्यमंत्री
के शहर गोरखपुर में पुलिस की पिटाई से अंकुर शुक्ला की मौत पर संजय सिंह
ने सवाल खड़े किए। कहा आखिर कौन इन मौतों का जवाब देगा। प्रभात मिश्र,
इंद्रकांत त्रिपाठी, अरुण वाल्मीकि, मनीष गुप्ता आदि की मौत का मामला
उठाते हुए संजय सिंह ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर योगी सरकार के
साथ-साथ गृह मंत्री अमित शाह को घेरा। कहा- शाह यूपी में बेटियों को रात
के बारह बजे गहने पहनकर निकलने का सुझाव न दें, बल्कि वह खुद बिना
सुरक्षा के गहने पहनकर यूपी की सड़कों पर निकलकर देखें कि उनके साथ क्या
हो सकता है।
संजय
सिंंह ने केक काटकर पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को स्थापना
दिवस की बधाई दी। बोले-आपकी मेहनत से हमने दिल्ली में तीन बार सरकार
बनाई। केजरीवाल के नेतृत्व में हम पंजाब में मुख्य विपक्षी दल के रूप
में स्थापित हुए और उत्तराखंड, गोवा, गुजरात, राजस्थान से लेकर यूपी तक
गांव-गांव में पार्टी का झंडा उठाने के लिए लोग तैयार हैं। हम यूपी में
डेढ़ वर्ष के दौरान मुख्य विपक्ष की भूमिका में रहे। सरकार के हर
भ्रष्टाचार से लेकर जनता के हर मुद्दे को हमने प्रमुखता से उठाया। चाहे वो
सरकार द्वारा कराए गए फर्जी एनकाउंटर रहे या फिर रात में जला दी गई हाथरस
की बेटी का मामला। हमने नौ वर्षों में जो किया वह आजादी के बाद
हिंंदुस्तान की राजनीति में बहुत बड़ा बदलाव है।