04 घंटे 08 मिनट का होगा सूर्य ग्रहण
04 दिसंबर के दिन यानी शनिवार को सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। इस दिन शनि अमावस्या भी है। एक ही दिन दोनों का होना अद्भुत संयोग माना जा रहा है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार देशके किसी भी हिस्से से सूर्य ग्रहण नहीं दिखने के कारण इसका कोई कुप्रभाव देशमें नहीं पड़ेगा। इसलिए सूतक भी नहीं माना जाएगा।
सूतक काल को धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अशुभ समय माना जाता है। कहा जाता है कि इस विशेष समय कुछ विशेष काम करने से ग्रहण की निगेटिव ऊर्जा और प्रभाव दोनों को समाप्त किया जा सकता है। मार्गशीर्ष महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या में लगने वाले सूर्य ग्रहण का बहुत महत्व होता है। सूतक न होने के चलते मंदिर खुले रहेंगे,घर और मंदिरों में पूजा पाठ चलते रहेंगे। यह ग्रहण भारतीय समयानुसार ये ग्रहण 4 दिसम्बर को प्रातः 10 बजकर 59 मिनट से आरम्भ होकर दोपहर 3 बजकर 7 मिनट तक रहेगा यानी पूरा ग्रहण 4 घंटे 8 मिनट का होगा।
यह ग्रहण वृश्चिक राशि में होगा.ग्रहण के समय वृश्चिक राशि में सूर्य,केतु,चंद्रमा और बुध ग्रह साथ में रहेगा और इस पर राहु की दृष्टि बनी रहेगी. यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। ज्योतिष गणना के मुताबिक इस तरह से वृश्चिक और अनुराधा नक्षत्र वाले जातकों पर इस सूर्य ग्रहण का प्रभाव सब से अधिक रहने वाला बताया जा रहा है. ऐसे में इस राशि के जातकों को सूर्य ग्रहण के दौरान सावधानी बरतने की आवश्यकता है। इस ग्रहण को अंटार्कटिका,दक्षिणअफ़्रीका, अटलांटिक का दक्षिणी भाग, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका में देखा जाएगा। भारत में ये ग्रहण नहीं लग रहा है। इसलिए यहां सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।