अमेठी में कांग्रेस की महंगाई के खिलाफ प्रतिज्ञा पदयात्रा में उमड़ी भारी भीड़
अमेठी। भाजपा भगाओ- महंगाई हटाओ नारे के साथ आज अमेठी में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव तथा प्रभारी उत्तरप्रदेश प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में कांग्रेस की प्रतिज्ञा पद यात्रा निकाली गयी। जगदीशपुर से हारीमऊ तक निकाली गयी इस यात्रा में भारी जोश के साथ बड़ी तादाद में अमेठी की जनता और कार्यकर्ता शामिल हुए। इस मौके पर प्रियंका गांधी ने सूबे की बीजेपी सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया। वहीं राहुल गांधी ने कहा कि अमेठी के लोगों ने उन्हें राजनीति सिखाई है जिसे वे कभी भूल नहीं सकते। अमेठी के साथ पारिवारिक रिश्ता है। उन्होंने कहा कि जनता सच्चाई समझे।
आज सच्चाई और प्यार के रास्ते पर चलने वाले हिंदू और नफरत और हिंसा के पैरोकार हिंदुत्ववादियों के बीच संघर्ष है। देश हिंदू महात्मा गांधी के साथ चलेगा न कि हिंदुत्वादी नाथूराम गोडसे के साथ। राहुल गांधी काफी दिन बाद अमेठी पहुंचे थे और लोग उनसे मिलने के लिए बेताब नजर आ रहे थे। जगदीशपुर से हारीमऊ के बीच जनता ने बड़े उत्साह के साथ पदयात्रा का स्वागत किया। हारीमऊ में हुई जनसभा में प्रियंका गांधी ने बचपन से अमेठी आने की याद करते हुए कहा कि यह राजनीतिक नहीं जज्बात का रिश्ता है जो कभी खत्म नहीं होगा। 2019 में राहुल गांधी की चुनावी हार की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि आपसे कोई शिकायत नहीं है। कभी-कभी परिस्थितियां बनती हैं कि चाहे जितना कोई समझाए, सच्चाई छिप जाती है। ऐसी परिस्थितियां बनी। इससे आप भी सीखे, हमने भी सीखा। आपने संदेश दिया जिसे हमने स्वीकार किया। आज अगर हम यहां खड़े हैं तो इसलिए कि कोई भी परिस्थिति आये आपके और हमारे बीच का रिश्ता कभी टूट नहीं पाएगा। प्रियंका गांधी ने कहा कि पिछले चुनाव में यहां एक झूठ का जाल फैलाया गया। इसे उन्होंने फैलाया जो देश भर में साढ़े सात सालों से झूठ फैला रहे हैं। कोरोना में अचानक लाकडाउन हुआ।
अमेठी के लोग देश भर में अलग-अलग फंसे थे। तब हम लोग रात दिन अमेठी और रायबरेली के लोगों से फोन के जरिये जुड़े थे। सब रो कर कह रहे थे कि बस हमें घर तक पहुंचा दो। तब कहां थी बीजेपी, कहां थी सांसद...? जब कांग्रेस ने कहा कि बस हम देंगे तो उसे ठुकरा दिया गया। कोरोना की दूसरी लहर में छत्तीसगढ़ से हम आक्सीजन के ट्रक भेज रहे थे, लेकिन नहीं आने दिया। हमने कहा कि कांग्रेस श्रेय भी नहीं लेगी, बैनर भी नहीं लगायेंगे। बड़ी मुश्किल से रायबरेली सिलेंडर आ पाये। कोरोना के बाद किसानों का आंदोलन शुरू हुआ। उन्होंने पूछा कि क्या खाद मिल रही है सही दाम पर? मैं ललितपुर के उस किसान के परिवार से मिली जो खाद की लाइन में लगे-लगे मर गये। ये सरकार खाद भी नहीं दे पा रही है। सरकारी विक्रय केंद्र में खाद के लिए लाइन लगी है। आवारा पशु की समस्या पर सरकार ने क्या किया? गौशालाओं के नाम पर क्या हो रहा है...जिंदा गाय को दफनाया जा रहा है उत्तर प्रदेश में। आज किसान को गेहूं, गन्ना का दाम नहीं, खाद नहीं मिलती, आवारा पशु की समस्या है...कोई आ रहा है इन मुद्दों पर सरकार की ओर से? लखीमपुर में किसानों को कुचल कर मारा गया। उसे कौन मंच पर खड़ा करता है, किसे बरर्खास्त नहीं किया...? रायबरेली और अमेठी के लोगों में बहुत विवेक है। वे सच्चाई जानते हैं। हजार का सिलेंडर है गैस का, सरसों का तेल दो सौ का मिल रहा है...क्या ऐसी निर्मम सरकार चाहिए? क्या ऐसा प्रधानमंत्री चाहिए जो आपकी समस्या नहीं हल कर सकते लेकिन आठ हजार करो़ड़ के जहाज में उड़कर बनारस में नौटंकी करने आ सकते हैं।
गांधी ने कहा कि अमेठी में बीएचईएल, एचएएल जैसी तमाम चीजें लगीं, जिन्हें
बीजेपी ने बंद कराया। रायबरेली में एम्स किसने खोला...बंद कौन करा रहा है?
सच्चाई आप देख रहे हैं। कौन संघर्ष कर रहा है...मुझे नहीं लगता कि मोदी के लोग संघर्ष कर रहे हैं। कांग्रेस की बनाई तमाम कंपनियों को मोदी अपने
बड़े-बड़े दोस्तों को बेच रहे हैं। कल निषादों को बुलाकर आरक्षण की बात नहीं
की। इनकी सरकार में तरक्की सिर्फ उनके उद्योगपति मित्रों की हुई है। वही
फल-फूल रहे हैं। आप त्रस्त हैं। मैं आपसे आग्रह कर रही हूं कि इस सरकार को
बदल डालिए। गांधी ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने पर
किसानों का पूरा कर्जा माफ करेंगे। ढाई हजार रुपये में गेहूं और धान
खरीदेंगे। चार सौ रुपये गन्ना किसान को मिलेगा। बिजली बिल हाफ होगा और
कोरोना काल का बकाया माफ होगा। कोरोना की जो आर्थिक मार सबसे ज्यादा जिन
परिवारों को हुई उन्हें 25 हजार दिया जाएगा। 20 लाख रोजगार देंगे जिनमें आठ
लाख महिलाओं को देंगे। कोई भी बीमारी होगी तो 10 लाख का इलाज सरकार
कराएगी। महिलाओं को राजनीति में सशक्त बनाने के लिए 40 फीसदी टिकट देंगे।
छात्राओं को स्मार्टफोन और स्कूटी देंगे, सुरक्षा और सशक्त बनाने के लिए।
हमारी सरकार महिलाओं को तीन गैस सिलेंडर देगी। विधवा पेंशन एक हजार रुपये
तक बढ़ाएंगे। आशा बहुओं और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए 10 हजार रुपये
प्रति माह मानदेय देंगे। हर जिले में वीरांगना विद्यालय खोलेंगे।
गांधी ने कहा कि हमें मौका दीजिए, हम इससे ज्यादा काम करना चाहते हैं।
जागिए, जागरूक बनिए। आपने सिखाया कि राजनीति सेवा होती है...समस्या जानने
के लिए घर-घर जाना चाहिए। हम जो भी हैं, आप ही की वजह से हैं। बहुत दिन बाद
यहां आकर बहुत खुशी हुई। मुझे गर्व है कि मैं भी अमेठी के परिवार की सदस्य
हूं। सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यहां आकर बहुत
खुशी हो रही है। आपने जो प्यार दिया, उसके लिए बहुत धन्यवाद। प्रियंका ने
अपने भाषण में हमारे और आपके रिश्ते के बारे में बोला।उन्होंने आपको याद
दिलाया कि जब हम छोटे थे, हम पिता राजीव के साथ अमेठी आते थे। मुझे याद
है कि आजकल यहां पक्की सड़के हैं। कांग्रेस पार्टी ने यहां सड़कों का जाल,
नेशनल हाईवे का जाल फैलाया है। उस समय सड़कें नहीं होती थीं। बुजुर्ग लोगों
को याद होगा कि अमेठी में ऐसे गांव थे जो बारिश के समय तालाब बन जाते थे।
हम आते थे तो गाड़ी नहीं पहुंच सकती थी, पानी में घुसकर गांव जाते थे। ये
सच्चाई का रिश्ता है। दिल का बात हम आपसे करते हैं। पिता, दादी, दादा,
परदादा सबसे आपका सच्चाई और पारिवारिक रिश्ता है। राजनीतिक रिश्ते में लोग
उल्टी-सीधी बातें करते हैं। हमारा पुराना रिश्ता है और बहुत लंबा रिश्ता
है। आगे भी लंबा रिश्ता चलेगा। हमें न झूठ बोलना है, और न इसकी जरूरत है।
हम सच्चाई के रास्ते पर चलते हैं। हम जब यहां सांसद थे तो जबरदस्त विकास का
काम किया। आप हिंदुस्तान का नक्शा देखिये, अमेठी से सबसे ज्यादा नेशनल
हाईवे निकलते हैं, इसका आगे भी फायदा हुआ। तमाम फैक्ट्रियां और ट्रिपल आईटी
हमने किया।
रेलवे स्टेशन, नई रेलवे लाइन हमने करके दिया। प्रधानमंत्री
यहां आये और आपसे झूठे वादे किये। उन्होंने कहा कि ए.के.203 की फैक्ट्री
बीजेपी ने दिलवाई जबकि दुनिया जानती है कि कांग्रेस ने दिलवाई। उनका आपसे
राजनीतिक रिश्ता है। पारिवारिक रिश्ता आप तो छोड़ो, किसी के साथ नहीं है।
कुछ दिन पहले पीएम ने गंगा में स्नान किया। पहली बार मैंने जिंदगी में देखा
कि एक आदमी स्वयं गंगा में स्नान कर रहा है। एक आदमी जाकर स्नान किया, ये
पहली बार देखा। योगी को हटा दिया, राजनाथ को बाहर फेंक दिया। पूरी
दुनिया को देखना है कि एक आदमी अकेला स्नान कर रहा है, और कोई नहीं कर
सकता। आपने सब अपनी आंखों से देखा। जब वे छोटे थे तो मगरमच्छ से लड़ाई लड़ी
थी, मुझे तो लगता था कि तैरना ही नहीं आता। उन्होंने कहा कि आजकल
देश में हिंदू धर्म की बात की जा रही है। हिंदू क्या होता है...मैं आपसे
सवाल पूछना चाहता हूं। क्या हिंदू झूठा होता है..? हिंदू का मतलब है वो
व्यक्ति जो सच्चाई के सामने पूरा जीवन चलता है, जो डर के सामने सर नहीं
झुकाता, जो अपने डर को हिंसा, नफरत और क्रोध में नहीं बदलने देता है, उसे
हम हिंदू कहते हैं। अगर उदाहरण देखना हो तो हमारे पास सबसे बेहतर उदाहरण है
महात्मा गांधी। उन्होंने किताब लिखी- सत्य के साथ मेरे प्रयोग। इस सच्चाई
की वजह से उन्हें देश ने महात्मा कहा। दूसरी तरफ नाथूराम गोडसे
हिंदुत्ववादी था। उसे किसी ने महात्मा नहीं किया। क्यों गोडसे ने सच बोलने
वाले हिंदू की छाती में तीन गोली मारी। क्योंकि नाथूराम गोडसे एक कायर,
कमजोर आदमी था और अपने डर का सामना नहीं कर पाया। उसने अपने डर को क्रोध और
नफरत में बदला और सच्चाई बोलने वाले को गोली मार दी।
उन्होंने
हिंदुत्ववादी झूठ का प्रयोग करता है। अपने डर को नफरत और हिंसा में बदलता
है। हिंदुत्ववादी गंगा में अकेला स्नान करता है। हिंदू करोड़ों लोगों के साथ
गंगा में स्नान करता है। एक तरफ प्यार दूसरी तरफ नफरत। एक तरफ हिंसा दूसरी
तरफ अहिंसा। एक तरफ महात्मा गांधी और दूसरी तरफ गोडसे। अगर मोदी जी हिंदू
कहते हैं खुद को तो बताइये कि उन्होंने सच्चाई की रक्षा कहां की। उन्होंने
कहा कि देश के दो करोड़ युवाओं को नौकरी दूंगा। कोरना के समय कहा कि थाली
बजाओ कोरोना चला जाएगा...कहा कि चीन की सेना नहीं आयी, पर उसने भारत की
हजार कि.मी जमीन हड़प ली है...बताइए वे हिंदू हैं या हिंदुत्ववादी? जिस के
दिल में प्यार नहीं है, उसके दिल में डर ही डर होगा, वह हिंदुत्ववादी। जो
सबके गले लगता है, किसी से नहीं डरता, झूठ नहीं बोलता, वो हिंदू है। उन्होंने
कहा कि मोदी ने स्वयं कहा कि मैंने ये जो कृषि कानून लागू किये हैं
किसानों के हित में हैं, देश का किसान खड़ा हो गया। उसने कहा कि ये कानून
अंबानी और अ़डानी के लिए हैं। साल भर किसानों को मोदी कहते रहे कि ये
खालिस्तानी हैं...किसानों के बारे में झूठ बोलने वाला पीएम हिंदू या
हिंदुस्तानी? राहुल गांधी ने कहा कि अब यूपी का चुनाव है तो मोदी कह रहे हैं कि कृषि कानून लाने के लिए माफी मांगता हूं..ये भी झूठ। ये
गलती नहीं, उन्होंने देश के सबसे बड़े पूंजीपतियों के लिए काम किया था,
किसानों की कमाई छीनकर। ये गलती नहीं थी, जानबूझकर किया था। हिंदू प्रेशर
के सामने नहीं झुकता, हिंदुत्ववादी झुक जाता है। जब गोडसे को फांसी लगी तो
बच्चों की तरह रो रहा था, गांधी को तीन गोली लगी थी, रोये नहीं थे, हे
राम बोला था। ये होता है हिंदू।
राहुल गांधी ने कहा कि अमेठी से
हमारा सच्चाई का रिश्ता है। पारिवारिक रिश्ता है। ये रिश्ता कभी टूटने वाला
नहीं है। ये टूट नहीं सकता। क्योंकि 30-35 साल पहले पिता के साथ आया। 2004
में आपके आशीर्वाद से सांसद बना। आपके प्यार से एमपी बना। आपने मुझे अपना
प्यार दिया है। आपने मुझे राजनीति सिखाई है। आप सबने मिलकर मुझे रास्ता
दिखाया है। तो मैं आपको धन्यवाद करता हूं। ये पारिवारिक रिश्ता है, कभी
नहीं टूटने वाला है। बस एक बात कहना चाहता हूं कि झूठ और सच में आप फर्क
पकड़िये। झूठ कौन बोल रहा है, सच कौन बोल रहा है, इस बात को पहचानिए और
सच्चाई के साथ खड़े होइए। नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की तो कहा कि काला
धन मिट जाएगा...सच या झूठ? मोदी ने कहा कि लाखों रुपये जाएगा अकाउंट में,
जीएसटी से फायदा होगा, सब गलत साबित हुआ। कोरोना के समय लाखों करोड़ रुपया
माफ किया बड़े पूंजीपतियों का। मजदूरों से कहा कि ट्रेन का टिकट नहीं देंगे,
पैदल चलो। आक्सीजन को यूपी में छत्तीसगढ़ से मंगा रहे थे, यूपी की सरकार ने
आपको मरने दिया, पर आक्सीजन नहीं आने दिया। ये है सच्चाई। जानिए कि कौन
आपके साथ खड़ा है।